Original

हन्त ते कथयिष्यामि शृणु तत्त्वेन राघव ।यस्यैतदाश्रमपदं शप्तं कोपान्महात्मना ॥ १४ ॥

Segmented

हन्त ते कथयिष्यामि शृणु तत्त्वेन राघव यस्य एतत् आश्रम-पदम् शप्तम् कोपान् महात्मना

Analysis

Word Lemma Parse
हन्त हन्त pos=i
ते त्वद् pos=n,g=,c=4,n=s
कथयिष्यामि कथय् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
शृणु श्रु pos=v,p=2,n=s,l=lot
तत्त्वेन तत्त्व pos=n,g=n,c=3,n=s
राघव राघव pos=n,g=m,c=8,n=s
यस्य यद् pos=n,g=m,c=6,n=s
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
आश्रम आश्रम pos=n,comp=y
पदम् पद pos=n,g=n,c=1,n=s
शप्तम् शप् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
कोपान् कोप pos=n,g=m,c=5,n=s
महात्मना महात्मन् pos=a,g=m,c=3,n=s