रामायणम् — 1.46.6
Original
Segmented
चत्वारस् तु सुर-श्रेष्ठ दिशो वै तव शासनात् संचरिष्यन्ति भद्रम् ते देव-भूताः मे आत्मजाः त्वद्-कृतेन एव नाम्ना च मारुता इति विश्रुताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चत्वारस् | चतुर् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तु | तु | pos=i |
सुर | सुर | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
दिशो | दिश् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
वै | वै | pos=i |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
शासनात् | शासन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
संचरिष्यन्ति | संचर् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
भद्रम् | भद्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
देव | देव | pos=n,comp=y |
भूताः | भू | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
आत्मजाः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=p |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
कृतेन | कृत | pos=n,g=n,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
नाम्ना | नामन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
मारुता | मारुत | pos=n,g=m,c=1,n=p |
इति | इति | pos=i |
विश्रुताः | विश्रु | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |