Original

इहाद्य रजनीं राम सुखं वत्स्यामहे वयम् ।श्वः प्रभाते नरश्रेष्ठ जनकं द्रष्टुमर्हसि ॥ १९ ॥

Segmented

इह अद्य रजनीम् राम सुखम् वत्स्यामहे वयम् श्वः प्रभाते नर-श्रेष्ठ जनकम् द्रष्टुम् अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
इह इह pos=i
अद्य अद्य pos=i
रजनीम् रजनी pos=n,g=f,c=2,n=s
राम राम pos=n,g=m,c=8,n=s
सुखम् सुखम् pos=i
वत्स्यामहे वस् pos=v,p=1,n=p,l=lrt
वयम् मद् pos=n,g=,c=1,n=p
श्वः श्वस् pos=i
प्रभाते प्रभात pos=n,g=n,c=7,n=s
नर नर pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
जनकम् जनक pos=n,g=m,c=2,n=s
द्रष्टुम् दृश् pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat