Original

ततो हैमवती ज्येष्ठा सर्वलोकनमस्कृता ।तदा सातिमहद्रूपं कृत्वा वेगं च दुःसहम् ।आकाशादपतद्राम शिवे शिवशिरस्युत ॥ ४ ॥

Segmented

ततो हैमवती ज्येष्ठा सर्व-लोक-नमस्कृता तदा सा अति महत् रूपम् कृत्वा वेगम् च दुःसहम् आकाशाद् अपतद् राम शिवे शिव-शिरसि उत

Analysis

Word Lemma Parse
ततो ततस् pos=i
हैमवती हैमवती pos=n,g=f,c=1,n=s
ज्येष्ठा ज्येष्ठ pos=a,g=f,c=1,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
लोक लोक pos=n,comp=y
नमस्कृता नमस्कृ pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
तदा तदा pos=i
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
अति अति pos=i
महत् महत् pos=a,g=n,c=2,n=s
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=2,n=s
कृत्वा कृ pos=vi
वेगम् वेग pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
दुःसहम् दुःसह pos=a,g=m,c=2,n=s
आकाशाद् आकाश pos=n,g=m,c=5,n=s
अपतद् पत् pos=v,p=3,n=s,l=lan
राम राम pos=n,g=m,c=8,n=s
शिवे शिव pos=a,g=n,c=7,n=s
शिव शिव pos=n,comp=y
शिरसि शिरस् pos=n,g=n,c=7,n=s
उत उत pos=i