रामायणम् — 1.40.9
Original
Segmented
दिशागजस् तु तच् छ्रुत्वा प्रीत्या आह अंशुमतः वचः आसमञ्ज-कृतार्थः त्वम् सह अश्वः शीघ्रम् एष्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दिशागजस् | दिशागज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
तच् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
छ्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
प्रीत्या | प्रीति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
आह | अह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अंशुमतः | अंशुमन्त् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आसमञ्ज | आसमञ्ज | pos=n,comp=y |
कृतार्थः | कृतार्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
सह | सह | pos=i |
अश्वः | अश्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शीघ्रम् | शीघ्रम् | pos=i |
एष्यसि | इ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |