रामायणम् — 1.4.21
Original
Segmented
प्रशस्यमानौ सर्वत्र कदाचित् तत्र गायकौ रथ्यासु राजमार्गेषु ददर्श भरताग्रजः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रशस्यमानौ | प्रशंस् | pos=va,g=m,c=2,n=d,f=part |
सर्वत्र | सर्वत्र | pos=i |
कदाचित् | कदाचिद् | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
गायकौ | गायक | pos=n,g=m,c=2,n=d |
रथ्यासु | रथ्या | pos=n,g=f,c=7,n=p |
राजमार्गेषु | राजमार्ग | pos=n,g=m,c=7,n=p |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भरताग्रजः | भरताग्रज | pos=n,g=m,c=1,n=s |