रामायणम् — 1.4.18
Original
Segmented
एवम् प्रशस्यमानौ तौ तपः-श्लाघ् महा-ऋषिभिः संरक्ततरम् अत्यर्थम् मधुरम् ताव् अगायताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
प्रशस्यमानौ | प्रशंस् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
तपः | तपस् | pos=n,comp=y |
श्लाघ् | श्लाघ् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=krtya |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषिभिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
संरक्ततरम् | संरक्ततर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अत्यर्थम् | अत्यर्थम् | pos=i |
मधुरम् | मधुर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ताव् | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
अगायताम् | गा | pos=v,p=3,n=d,l=lan |