रामायणम् — 1.39.4
Original
Segmented
पितामह-वचः श्रुत्वा त्रयस्त्रिंशद् अरिंदम देवाः परम-संहृष्टाः पुनः जग्मुः यथागतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पितामह | पितामह | pos=n,comp=y |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
त्रयस्त्रिंशद् | त्रयस्त्रिंशत् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अरिंदम | अरिंदम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
देवाः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
परम | परम | pos=a,comp=y |
संहृष्टाः | संहृष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पुनः | पुनर् | pos=i |
जग्मुः | गम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
यथागतम् | यथागत | pos=a,g=m,c=2,n=s |