Original

सपर्वतवनां कृत्स्नां पृथिवीं रघुनन्दन ।शिरसा धारयामास विरूपाक्षो महागजः ॥ १३ ॥

Segmented

स पर्वत-वनाम् कृत्स्नाम् पृथिवीम् रघुनन्दन शिरसा धारयामास विरूपाक्षो महागजः

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
पर्वत पर्वत pos=n,comp=y
वनाम् वन pos=n,g=f,c=2,n=s
कृत्स्नाम् कृत्स्न pos=a,g=f,c=2,n=s
पृथिवीम् पृथिवी pos=n,g=f,c=2,n=s
रघुनन्दन रघुनन्दन pos=n,g=m,c=8,n=s
शिरसा शिरस् pos=n,g=n,c=3,n=s
धारयामास धारय् pos=v,p=3,n=s,l=lit
विरूपाक्षो विरूपाक्ष pos=n,g=m,c=1,n=s
महागजः महागज pos=n,g=m,c=1,n=s