रामायणम् — 1.38.5
Original
Segmented
तयोः मध्ये प्रवृत्तो ऽभूद् यज्ञः स पुरुष-उत्तम स हि देशो नर-व्याघ्र प्रशस्तो यज्ञ-कर्मणि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तयोः | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=d |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्रवृत्तो | प्रवृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽभूद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
यज्ञः | यज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
उत्तम | उत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
देशो | देश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नर | नर | pos=n,comp=y |
व्याघ्र | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रशस्तो | प्रशंस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
कर्मणि | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |