Original

श्रोतुमिछामि भद्रं ते विस्तरेण कथामिमाम् ।पूर्वको मे कथं ब्रह्मन्यज्ञं वै समुपाहरत् ॥ २ ॥

Segmented

पूर्वको मे कथम् ब्रह्मन् यज्ञम् वै समुपाहरत्

Analysis

Word Lemma Parse
पूर्वको पूर्वक pos=a,g=,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
कथम् कथम् pos=i
ब्रह्मन् ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=8,n=s
यज्ञम् यज्ञ pos=n,g=m,c=2,n=s
वै वै pos=i
समुपाहरत् समुपाहृ pos=v,p=3,n=s,l=lan