Original

प्रदक्षिणमृषिं कृत्वा शिरसाभिप्रणम्य च ।जगाम स्वपुरं राजा सभार्या रघुनन्दन ॥ १५ ॥

Segmented

प्रदक्षिणम् ऋषिम् कृत्वा शिरसा अभिप्रणम्य च

Analysis

Word Lemma Parse
प्रदक्षिणम् प्रदक्षिण pos=a,g=m,c=2,n=s
ऋषिम् ऋषि pos=n,g=m,c=2,n=s
कृत्वा कृ pos=vi
शिरसा शिरस् pos=n,g=n,c=3,n=s
अभिप्रणम्य अभिप्रणम् pos=vi
pos=i