रामायणम् — 1.36.19
Original
Segmented
ताम्रम् कार्ष्णायसम् च एव तैक्ष्ण्याद् एव अभिजायत मलम् तस्य अभवत् तत्र त्रपु-सीसकम् एव च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ताम्रम् | ताम्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कार्ष्णायसम् | कार्ष्णायस | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
तैक्ष्ण्याद् | तैक्ष्ण्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
एव | एव | pos=i |
अभिजायत | अभिजन् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
मलम् | मल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तत्र | तत्र | pos=i |
त्रपु | त्रपु | pos=n,comp=y |
सीसकम् | सीसक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |