रामायणम् — 1.34.8
Original
Segmented
ततः स्नात्वा यथान्यायम् संतर्प्य पितृ-देवताः हुत्वा च एव अग्निहोत्रानि प्राश्य च अमृत-वत् हविः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
स्नात्वा | स्ना | pos=vi |
यथान्यायम् | यथान्यायम् | pos=i |
संतर्प्य | संतर्पय् | pos=vi |
पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
देवताः | देवता | pos=n,g=f,c=2,n=p |
हुत्वा | हु | pos=vi |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
अग्निहोत्रानि | अग्निहोत्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
प्राश्य | प्राश् | pos=vi |
च | च | pos=i |
अमृत | अमृत | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
हविः | हविस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |