Original

एवमुक्त्वा कुशो राम कुशनाभं महीपतिम् ।जगामाकाशमाविश्य ब्रह्मलोकं सनातनम् ॥ ४ ॥

Segmented

एवम् उक्त्वा कुशो राम कुशनाभम् महीपतिम् जगाम आकाशम् आविश्य ब्रह्म-लोकम् सनातनम्

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
उक्त्वा वच् pos=vi
कुशो कुश pos=n,g=m,c=1,n=s
राम राम pos=n,g=m,c=8,n=s
कुशनाभम् कुशनाभ pos=n,g=m,c=2,n=s
महीपतिम् महीपति pos=n,g=m,c=2,n=s
जगाम गम् pos=v,p=3,n=s,l=lit
आकाशम् आकाश pos=n,g=n,c=2,n=s
आविश्य आविश् pos=vi
ब्रह्म ब्रह्मन् pos=n,comp=y
लोकम् लोक pos=n,g=m,c=2,n=s
सनातनम् सनातन pos=a,g=m,c=2,n=s