रामायणम् — 1.32.7
Original
Segmented
अलंकारो हि नारीणाम् क्षमा तु पुरुषस्य वा दुष्करम् तच् च वः क्षान्तम् त्रिदशेषु विशेषतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अलंकारो | अलंकार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
नारीणाम् | नारी | pos=n,g=f,c=6,n=p |
क्षमा | क्षमा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
पुरुषस्य | पुरुष | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वा | वा | pos=i |
दुष्करम् | दुष्कर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तच् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
वः | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
क्षान्तम् | क्षम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
त्रिदशेषु | त्रिदश | pos=n,g=m,c=7,n=p |
विशेषतः | विशेषतः | pos=i |