Original

स राजा ब्रह्मदत्तस्तु पुरीमध्यवसत्तदा ।काम्पिल्यां परया लक्ष्म्या देवराजो यथा दिवम् ॥ १९ ॥

Segmented

स राजा ब्रह्मदत्तस् तु पुरीम् अध्यवसत् तदा काम्पिल्याम् परया लक्ष्म्या देवराजो यथा दिवम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
ब्रह्मदत्तस् ब्रह्मदत्त pos=n,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
पुरीम् पुरी pos=n,g=f,c=2,n=s
अध्यवसत् अधिवस् pos=v,p=3,n=s,l=lan
तदा तदा pos=i
काम्पिल्याम् काम्पिल्या pos=n,g=f,c=2,n=s
परया पर pos=n,g=f,c=3,n=s
लक्ष्म्या लक्ष्मी pos=n,g=f,c=3,n=s
देवराजो देवराज pos=n,g=m,c=1,n=s
यथा यथा pos=i
दिवम् दिव् pos=n,g=m,c=2,n=s