रामायणम् — 1.30.22
Original
Segmented
भगवन् को न्व् अयम् देशः समृद्ध-वन-शोभितः श्रोतुम् इच्छामि भद्रम् ते वक्तुम् अर्हसि तत्त्वतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भगवन् | भगवत् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न्व् | नु | pos=i |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
देशः | देश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समृद्ध | समृध् | pos=va,comp=y,f=part |
वन | वन | pos=n,comp=y |
शोभितः | शोभय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
भद्रम् | भद्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
वक्तुम् | वच् | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
तत्त्वतः | तत्त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |