रामायणम् — 1.29.18
Original
Segmented
इमान् अपि वधिष्यामि निर्घृणान् दुष्ट-चारिणः राक्षसान् पाप-कर्म-स्थान् यज्ञ-घ्नान् रुधिर-अशनान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इमान् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
वधिष्यामि | वध् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
निर्घृणान् | निर्घृण | pos=a,g=m,c=2,n=p |
दुष्ट | दुष्ट | pos=a,comp=y |
चारिणः | चारिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
राक्षसान् | राक्षस | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पाप | पाप | pos=a,comp=y |
कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
स्थान् | स्थ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
घ्नान् | घ्न | pos=a,g=m,c=2,n=p |
रुधिर | रुधिर | pos=n,comp=y |
अशनान् | अशन | pos=n,g=m,c=2,n=p |