रामायणम् — 1.23.26
Original
Segmented
इमौ जनपदौ नित्यम् विनाशयति राघव मलदांः च करूषांः च ताटका दुष्ट-चारिणी
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इमौ | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
जनपदौ | जनपद | pos=n,g=m,c=2,n=d |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
विनाशयति | विनाशय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
मलदांः | मलद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
करूषांः | करूष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
ताटका | ताटका | pos=n,g=f,c=1,n=s |
दुष्ट | दुष्ट | pos=a,comp=y |
चारिणी | चारिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |