रामायणम् — 1.2.38
Original
Segmented
तस्य शिष्यास् ततः सर्वे जगुः श्लोकम् इमम् पुनः मुहुः मुहुः प्रीयमाणाः प्राहुः च भृश-विस्मिताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शिष्यास् | शिष्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ततः | ततस् | pos=i |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
जगुः | गा | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
श्लोकम् | श्लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
मुहुः | मुहुर् | pos=i |
मुहुः | मुहुर् | pos=i |
प्रीयमाणाः | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
प्राहुः | प्राह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
च | च | pos=i |
भृश | भृश | pos=a,comp=y |
विस्मिताः | विस्मि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |