रामायणम् — 1.2.34
Original
Segmented
न ते वाग् अनृता काव्ये काचिद् अत्र भविष्यति कुरु राम-कथाम् पुण्याम् श्लोक-बद्धाम् मनोरमाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वाग् | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अनृता | अनृत | pos=a,g=f,c=1,n=s |
काव्ये | काव्य | pos=n,g=m,c=7,n=s |
काचिद् | कश्चित् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अत्र | अत्र | pos=i |
भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
राम | राम | pos=n,comp=y |
कथाम् | कथा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पुण्याम् | पुण्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
श्लोक | श्लोक | pos=n,comp=y |
बद्धाम् | बन्ध् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
मनोरमाम् | मनोरम | pos=a,g=f,c=2,n=s |