रामायणम् — 1.2.15
Original
Segmented
तस्य एवम् ब्रुवतः चिन्ता बभूव हृदि वीक्षतः शोक-आर्तेन अस्य शकुनेः किम् इदम् व्याहृतम् मया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
ब्रुवतः | ब्रू | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
चिन्ता | चिन्ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हृदि | हृद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वीक्षतः | वीक्ष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
आर्तेन | आर्त | pos=a,g=m,c=3,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
शकुनेः | शकुनि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
व्याहृतम् | व्याहृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |