रामायणम् — 1.17.27
Original
Segmented
तेषाम् तद् वचनम् श्रुत्वा स पुरोधाः समाहितः प्रत्युज्जगाम संहृष्टो ब्रह्माणम् इव वासवः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
स | स | pos=i |
पुरोधाः | पुरोधस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समाहितः | समाहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रत्युज्जगाम | प्रत्युद्गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
संहृष्टो | संहृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ब्रह्माणम् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
वासवः | वासव | pos=n,g=m,c=1,n=s |