रामायणम् — 1.15.5
Original
Segmented
संतुष्टः प्रददौ तस्मै राक्षसाय वरम् प्रभुः नानाविधेभ्यो भूतेभ्यो भयम् न अन्यत्र मानुषात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संतुष्टः | संतुष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रददौ | प्रदा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
राक्षसाय | राक्षस | pos=n,g=m,c=4,n=s |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रभुः | प्रभु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
नानाविधेभ्यो | नानाविध | pos=a,g=n,c=5,n=p |
भूतेभ्यो | भूत | pos=n,g=n,c=5,n=p |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
मानुषात् | मानुष | pos=n,g=m,c=5,n=s |