रामायणम् — 1.15.18
Original
Segmented
भार्याणाम् अनुरूपाणाम् अश्नीत इति प्रयच्छ वै तासु त्वम् लप्स्यसे पुत्रान् यत् अर्थम् यजसे नृप
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भार्याणाम् | भार्या | pos=n,g=f,c=6,n=p |
अनुरूपाणाम् | अनुरूप | pos=a,g=f,c=6,n=p |
अश्नीत | अश् | pos=v,p=2,n=p,l=lan |
इति | इति | pos=i |
प्रयच्छ | प्रयम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
वै | वै | pos=i |
तासु | तद् | pos=n,g=f,c=7,n=p |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
लप्स्यसे | लभ् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
पुत्रान् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यजसे | यज् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |