रामायणम् — 1.12.8
Original
Segmented
यज्ञ-कर्म समीहन्ताम् भवन्तो राज-शासनात् इष्टका बहु-साहस्री शीघ्रम् आनीयताम् इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
समीहन्ताम् | समीह् | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
भवन्तो | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
शासनात् | शासन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
इष्टका | इष्टका | pos=n,g=f,c=1,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
साहस्री | साहस्र | pos=a,g=f,c=1,n=s |
शीघ्रम् | शीघ्रम् | pos=i |
आनीयताम् | आनी | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |