रामायणम् — 1.12.7
Original
Segmented
गणकाञ् शिल्पिनः च एव तथा एव नट-नर्तकान् तथा शुचीञ् शास्त्र-विदः पुरुषान् सु बहु-श्रुतान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गणकाञ् | गणक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शिल्पिनः | शिल्पिन् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
नट | नट | pos=n,comp=y |
नर्तकान् | नर्तक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
शुचीञ् | शुचि | pos=a,g=m,c=2,n=p |
शास्त्र | शास्त्र | pos=n,comp=y |
विदः | विद् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
पुरुषान् | पुरुष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सु | सु | pos=i |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
श्रुतान् | श्रु | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |