Original

अब्रवीत्प्रश्रितं वाक्यं प्रसवार्थं द्विजोत्तमम् ।यज्ञो मे क्रियतां विप्र यथोक्तं मुनिपुंगव ॥ २ ॥

Segmented

अब्रवीत् प्रश्रितम् वाक्यम् प्रसव-अर्थम् द्विजोत्तमम् यज्ञो मे क्रियताम् विप्र यथोक्तम् मुनि-पुंगवैः

Analysis

Word Lemma Parse
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
प्रश्रितम् प्रश्रित pos=a,g=n,c=2,n=s
वाक्यम् वाक्य pos=n,g=n,c=2,n=s
प्रसव प्रसव pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
द्विजोत्तमम् द्विजोत्तम pos=n,g=m,c=2,n=s
यज्ञो यज्ञ pos=n,g=m,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
क्रियताम् कृ pos=v,p=3,n=s,l=lot
विप्र विप्र pos=n,g=m,c=8,n=s
यथोक्तम् यथोक्तम् pos=i
मुनि मुनि pos=n,comp=y
पुंगवैः पुंगव pos=n,g=m,c=8,n=s