रामायणम् — 1.11.14
Original
Segmented
गुरूणाम् वचनाच् छीघ्रम् सम्भाराः संभ्रियन्तु मे समर्थ-अधिष्ठितः च अश्वः स उपाध्यायः विमुच्यताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गुरूणाम् | गुरु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
वचनाच् | वचन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
छीघ्रम् | शीघ्रम् | pos=i |
सम्भाराः | सम्भार | pos=n,g=m,c=1,n=p |
संभ्रियन्तु | सम्भृ | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
समर्थ | समर्थ | pos=a,comp=y |
अधिष्ठितः | अधिष्ठा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
अश्वः | अश्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | स | pos=i |
उपाध्यायः | उपाध्याय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विमुच्यताम् | विमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |