रामायणम् — 1.10.22
Original
Segmented
ताव् अन्योन्य-अञ्जलिम् कृत्वा स्नेहात् संश्लिष्य च उरसा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ताव् | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
अन्योन्य | अन्योन्य | pos=n,comp=y |
अञ्जलिम् | अञ्जलि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
स्नेहात् | स्नेह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
संश्लिष्य | संश्लिष् | pos=vi |
च | च | pos=i |
उरसा | उरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |