Original

श्रुत्वा चैतत्त्रिलोकज्ञो वाल्मीकेर्नारदो वचः ।श्रूयतामिति चामन्त्र्य प्रहृष्टो वाक्यमब्रवीत् ॥ ६ ॥

Segmented

श्रुत्वा च एतत् त्रिलोक-ज्ञः वाल्मीकेः नारदो वचः श्रूयताम् इति च आमन्त्र्य प्रहृष्टो वाक्यम् अब्रवीत्

Analysis

Word Lemma Parse
श्रुत्वा श्रु pos=vi
pos=i
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
त्रिलोक त्रिलोक pos=n,comp=y
ज्ञः ज्ञ pos=a,g=m,c=1,n=s
वाल्मीकेः वाल्मीकि pos=n,g=m,c=6,n=s
नारदो नारद pos=n,g=m,c=1,n=s
वचः वचस् pos=n,g=n,c=2,n=s
श्रूयताम् श्रु pos=v,p=3,n=s,l=lot
इति इति pos=i
pos=i
आमन्त्र्य आमन्त्रय् pos=vi
प्रहृष्टो प्रहृष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
वाक्यम् वाक्य pos=n,g=n,c=2,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan