Original

तत्र लङ्कां समासाद्य पुरीं रावणपालिताम् ।ददर्श सीतां ध्यायन्तीमशोकवनिकां गताम् ॥ ५८ ॥

Segmented

तत्र लङ्काम् समासाद्य पुरीम् रावण-पालिताम् ददर्श सीताम् ध्यायन्तीम् अशोक-वनिकाम् गताम्

Analysis

Word Lemma Parse
तत्र तत्र pos=i
लङ्काम् लङ्का pos=n,g=f,c=2,n=s
समासाद्य समासादय् pos=vi
पुरीम् पुरी pos=n,g=f,c=2,n=s
रावण रावण pos=n,comp=y
पालिताम् पालय् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
ददर्श दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
सीताम् सीता pos=n,g=f,c=2,n=s
ध्यायन्तीम् ध्या pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
अशोक अशोक pos=n,comp=y
वनिकाम् वनिका pos=n,g=f,c=2,n=s
गताम् गम् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part