रामायणम् — 1.1.37
Original
Segmented
ततः शूर्पणखा-वाक्यात् उद्युक्तान् सर्व-राक्षसान् खरम् त्रिशिरसम् च एव दूषणम् च एव राक्षसम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
शूर्पणखा | शूर्पणखा | pos=n,comp=y |
वाक्यात् | वाक्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
उद्युक्तान् | उद्युज् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
राक्षसान् | राक्षस | pos=n,g=m,c=2,n=p |
खरम् | खर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्रिशिरसम् | त्रिशिरस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
दूषणम् | दूषण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
राक्षसम् | राक्षस | pos=n,g=m,c=2,n=s |