मेघदूतम् — 2.44
Original
Segmented
श्यामास्व् अङ्गम् चक्-हरिणी-प्रेक्षणे दृष्टि-पातम् वक्त्र-छायाम् शशिनि शिखिनाम् बर्ह-भारेषु केशान् उत्पश्यामि प्रतनुषु नदी-वीचि भ्रू-विलासान् हन्त एकस्मिन् क्वचिद् अपि न ते चण्डि सादृश्यम् अस्ति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्यामास्व् | श्याम | pos=a,g=f,c=7,n=p |
अङ्गम् | अङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चक् | चक् | pos=va,comp=y,f=part |
हरिणी | हरिणी | pos=n,comp=y |
प्रेक्षणे | प्रेक्षण | pos=n,g=n,c=7,n=s |
दृष्टि | दृष्टि | pos=n,comp=y |
पातम् | पात | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वक्त्र | वक्त्र | pos=n,comp=y |
छायाम् | छाया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
शशिनि | शशिन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शिखिनाम् | शिखिन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
बर्ह | बर्ह | pos=n,comp=y |
भारेषु | भार | pos=n,g=m,c=7,n=p |
केशान् | केश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
उत्पश्यामि | उत्पश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
प्रतनुषु | प्रतनु | pos=a,g=m,c=7,n=p |
नदी | नदी | pos=n,comp=y |
वीचि | वीचि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
भ्रू | भ्रू | pos=n,comp=y |
विलासान् | विलास | pos=n,g=m,c=2,n=p |
हन्त | हन्त | pos=i |
एकस्मिन् | एक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
क्वचिद् | क्वचिद् | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
न | न | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
चण्डि | चण्ड | pos=a,g=f,c=8,n=s |
सादृश्यम् | सादृश्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |