मेघदूतम् — 2.33
Original
Segmented
सा संन्यस्त-आभरणम् अबला पेशलम् धारयन्ती शय्या-उत्सङ्गे निहितम् असकृद् दुःख-दुःखेन गात्रम् त्वाम् अप्य् अस्रम् नव-जल-मयम् मोचयिष्यत्य् अवश्यम् प्रायः सर्वो भवति करुणा-वृत्तिः आर्द्र-अन्तरात्मा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
संन्यस्त | संन्यस् | pos=va,comp=y,f=part |
आभरणम् | आभरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अबला | अबला | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पेशलम् | पेशल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
धारयन्ती | धारय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
शय्या | शय्या | pos=n,comp=y |
उत्सङ्गे | उत्सङ्ग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निहितम् | निधा | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
असकृद् | असकृत् | pos=i |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
दुःखेन | दुःख | pos=n,g=n,c=3,n=s |
गात्रम् | गात्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अप्य् | अपि | pos=i |
अस्रम् | अस्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नव | नव | pos=a,comp=y |
जल | जल | pos=n,comp=y |
मयम् | मय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
मोचयिष्यत्य् | मोचय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
अवश्यम् | अवश्यम् | pos=i |
प्रायः | प्रायस् | pos=i |
सर्वो | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
करुणा | करुणा | pos=n,comp=y |
वृत्तिः | वृत्ति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आर्द्र | आर्द्र | pos=a,comp=y |
अन्तरात्मा | अन्तरात्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |