मेघदूतम् — 2.25
Original
Segmented
आलोके ते निपतति पुरा सा बलि-व्याकुला वा मद्-सादृश्यम् विरह-तनु वा भाव-गमनीयम् लिखन्ती पृच्छन्ती वा मधुर-वचनाम् सारिकाम् पञ्जर-स्थाम् कच्चिद् भर्तुः स्मरसि रसिके त्वम् हि तस्य प्रिया इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आलोके | आलोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
निपतति | निपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पुरा | पुरा | pos=i |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
बलि | बलि | pos=n,comp=y |
व्याकुला | व्याकुल | pos=a,g=f,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
सादृश्यम् | सादृश्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विरह | विरह | pos=n,comp=y |
तनु | तनु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
भाव | भाव | pos=n,comp=y |
गमनीयम् | गम् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=krtya |
लिखन्ती | लिख् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
पृच्छन्ती | प्रच्छ् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
वा | वा | pos=i |
मधुर | मधुर | pos=a,comp=y |
वचनाम् | वचन | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सारिकाम् | सारिका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पञ्जर | पञ्जर | pos=n,comp=y |
स्थाम् | स्थ | pos=a,g=f,c=2,n=s |
कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
भर्तुः | भर्तृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स्मरसि | स्मृ | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
रसिके | रसिक | pos=a,g=f,c=8,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
प्रिया | प्रिय | pos=a,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |