मेघदूतम् — 1.55
Original
Segmented
आसीनानाम् सुरभित-शिलम् नाभि-गन्धैः मृगाणाम् तस्याः एव प्रभवम् अचलम् प्राप्य गौरम् तुषारैः वक्ष्यस्य् अध्व-श्रम-विनयेन तस्य शृङ्गे निषण्णः शोभाम् शुभ्राम् त्रिनयन-वृष-उत्खात-पङ्क-उपमेयम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आसीनानाम् | आस् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
सुरभित | सुरभय् | pos=va,comp=y,f=part |
शिलम् | शिला | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नाभि | नाभि | pos=n,comp=y |
गन्धैः | गन्ध | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मृगाणाम् | मृग | pos=n,g=m,c=6,n=p |
तस्याः | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
एव | एव | pos=i |
प्रभवम् | प्रभव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अचलम् | अचल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
गौरम् | गौर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
तुषारैः | तुषार | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वक्ष्यस्य् | वच् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
अध्व | अध्वन् | pos=n,comp=y |
श्रम | श्रम | pos=n,comp=y |
विनयेन | विनय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शृङ्गे | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
निषण्णः | निषद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शोभाम् | शोभा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
शुभ्राम् | शुभ्र | pos=a,g=f,c=2,n=s |
त्रिनयन | त्रिनयन | pos=n,comp=y |
वृष | वृष | pos=n,comp=y |
उत्खात | उत्खन् | pos=va,comp=y,f=part |
पङ्क | पङ्क | pos=n,comp=y |
उपमेयम् | उपमा | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=krtya |