मेघदूतम् — 1.44
Original
Segmented
तस्याः किंचित् कर-धृतम् इव प्राप्त-वानीर-शाखम् हृत्वा नीलम् सलिल-वसनम् मुक्त-रोधस्-नितम्बम् प्रस्थानम् ते कथम् अपि सखे लम्बमानस्य भावि ज्ञात-आस्वादः विवृत-जघनाम् को विहातुम् समर्थः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्याः | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कर | कर | pos=n,comp=y |
धृतम् | धृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
प्राप्त | प्राप् | pos=va,comp=y,f=part |
वानीर | वानीर | pos=n,comp=y |
शाखम् | शाखा | pos=n,g=n,c=2,n=s |
हृत्वा | हृ | pos=vi |
नीलम् | नील | pos=a,g=n,c=2,n=s |
सलिल | सलिल | pos=n,comp=y |
वसनम् | वसन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मुक्त | मुच् | pos=va,comp=y,f=part |
रोधस् | रोधस् | pos=n,comp=y |
नितम्बम् | नितम्ब | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रस्थानम् | प्रस्थान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
सखे | सखि | pos=n,g=,c=8,n=s |
लम्बमानस्य | लम्ब् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
भावि | भाविन् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
ज्ञात | ज्ञा | pos=va,comp=y,f=part |
आस्वादः | आस्वाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विवृत | विवृ | pos=va,comp=y,f=part |
जघनाम् | जघन | pos=n,g=f,c=2,n=s |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विहातुम् | विहा | pos=vi |
समर्थः | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |