मेघदूतम् — 1.34
Original
Segmented
प्रद्योतस्य प्रिय-दुहितरम् वत्स-राजः ऽत्र जह्रे हैमम् ताल-द्रुम-वनम् अभूद् अत्र तस्य एव राज्ञः अत्र उद्भ्रान्तः किल नलगिरिः स्तम्भम् उत्पाट्य दर्पाद् इत्य् आगन्तून् रमयति जनो यत्र बन्धून् अभिज्ञः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रद्योतस्य | प्रद्योत | pos=n,g=m,c=6,n=s |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
दुहितरम् | दुहितृ | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वत्स | वत्स | pos=n,comp=y |
राजः | राज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽत्र | अत्र | pos=i |
जह्रे | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हैमम् | हैम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
ताल | ताल | pos=n,comp=y |
द्रुम | द्रुम | pos=n,comp=y |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अभूद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
अत्र | अत्र | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
एव | एव | pos=i |
राज्ञः | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अत्र | अत्र | pos=i |
उद्भ्रान्तः | उद्भ्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
किल | किल | pos=i |
नलगिरिः | नलगिरि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्तम्भम् | स्तम्भ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्पाट्य | उत्पाटय् | pos=vi |
दर्पाद् | दर्प | pos=n,g=m,c=5,n=s |
इत्य् | इति | pos=i |
आगन्तून् | आगन्तु | pos=a,g=m,c=2,n=p |
रमयति | रमय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
जनो | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
बन्धून् | बन्धु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अभिज्ञः | अभिज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |