मेघदूतम् — 1.3
Original
Segmented
तस्य स्थित्वा कथम् अपि पुरः कौतुक-आधान-हेतोः अन्तः बाष्पः चिरम् अनुचरो राजराजस्य दध्यौ मेघ-आलोके भवति सुखिनो अपि अन्यथावृत्ति चेतः कण्ठ-आश्लेष-प्रणयिनि जने किम् पुनः दूर-संस्थे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स्थित्वा | स्था | pos=vi |
कथम् | कथम् | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
पुरः | पुरस् | pos=i |
कौतुक | कौतुक | pos=n,comp=y |
आधान | आधान | pos=n,comp=y |
हेतोः | हेतु | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अन्तः | अन्तर् | pos=i |
बाष्पः | बाष्प | pos=n,g=m,c=1,n=s |
चिरम् | चिरम् | pos=i |
अनुचरो | अनुचर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राजराजस्य | राजराज | pos=n,g=m,c=6,n=s |
दध्यौ | ध्या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मेघ | मेघ | pos=n,comp=y |
आलोके | आलोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सुखिनो | सुखिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
अन्यथावृत्ति | अन्यथावृत्ति | pos=a,g=n,c=1,n=s |
चेतः | चेतस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कण्ठ | कण्ठ | pos=n,comp=y |
आश्लेष | आश्लेष | pos=n,comp=y |
प्रणयिनि | प्रणयिन् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
जने | जन | pos=n,g=m,c=7,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
दूर | दूर | pos=a,comp=y |
संस्थे | संस्थ | pos=a,g=m,c=7,n=s |