मेघदूतम् — 1.29
Original
Segmented
वीचि-क्षोभ-स्तनित-विहग-श्रेणी-काञ्ची-गुणायाः संसर्पन्त्याः स्खलित-सुभगम् दर्शित-आवर्तन-आभः निर्विन्ध्यायाः पथि भव रस-अभ्यन्तरः संनिपत्य स्त्रीणाम् आद्यम् प्रणय-वचनम् विभ्रमो हि प्रियेषु
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वीचि | वीचि | pos=n,comp=y |
क्षोभ | क्षोभ | pos=n,comp=y |
स्तनित | स्तनित | pos=n,comp=y |
विहग | विहग | pos=n,comp=y |
श्रेणी | श्रेणि | pos=n,comp=y |
काञ्ची | काञ्ची | pos=n,comp=y |
गुणायाः | गुण | pos=n,g=f,c=6,n=s |
संसर्पन्त्याः | संसृप् | pos=va,g=f,c=6,n=s,f=part |
स्खलित | स्खल् | pos=va,comp=y,f=part |
सुभगम् | सुभग | pos=a,g=n,c=2,n=s |
दर्शित | दर्शय् | pos=va,comp=y,f=part |
आवर्तन | आवर्तन | pos=n,comp=y |
आभः | आभ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
निर्विन्ध्यायाः | निर्विन्ध्या | pos=n,g=f,c=6,n=s |
पथि | पथिन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
रस | रस | pos=n,comp=y |
अभ्यन्तरः | अभ्यन्तर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
संनिपत्य | संनिपत् | pos=vi |
स्त्रीणाम् | स्त्री | pos=n,g=f,c=6,n=p |
आद्यम् | आद्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
प्रणय | प्रणय | pos=n,comp=y |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विभ्रमो | विभ्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
प्रियेषु | प्रिय | pos=a,g=m,c=7,n=p |