मेघदूतम् — 1.12
Original
Segmented
आपृच्छस्व प्रिय-सखम् अमुम् तुङ्गम् आलिङ्ग्य शैलम् वन्द्यैः पुंसाम् रघुपति-पदैः अङ्कितम् मेखलासु काले काले भवति भवतो यस्य संयोगम् एत्य स्नेह-व्यक्तिः चिर-विरह-जम् मुञ्चतो बाष्पम् उष्णम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आपृच्छस्व | आप्रच्छ् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
सखम् | सख | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अमुम् | अदस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तुङ्गम् | तुङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आलिङ्ग्य | आलिङ्गय् | pos=vi |
शैलम् | शैल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वन्द्यैः | वन्द् | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=krtya |
पुंसाम् | पुंस् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
रघुपति | रघुपति | pos=n,comp=y |
पदैः | पद | pos=n,g=n,c=3,n=p |
अङ्कितम् | अङ्कय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
मेखलासु | मेखला | pos=n,g=f,c=7,n=p |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भवतो | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
संयोगम् | संयोग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एत्य | ए | pos=vi |
स्नेह | स्नेह | pos=n,comp=y |
व्यक्तिः | व्यक्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
चिर | चिर | pos=a,comp=y |
विरह | विरह | pos=n,comp=y |
जम् | ज | pos=a,g=m,c=2,n=s |
मुञ्चतो | मुच् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
बाष्पम् | बाष्प | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उष्णम् | उष्ण | pos=a,g=m,c=2,n=s |