Original

पाण्डवैरवकीर्णानां संमोहः समजायत ।न च जज्ञुरनीकानि दिशो वा प्रदिशस्तथा ॥ ६१ ॥

Segmented

पाण्डवैः अवकीर्णानाम् संमोहः समजायत न च जज्ञुः अनीकानि दिशो वा प्रदिशः तथा

Analysis

Word Lemma Parse
पाण्डवैः पाण्डव pos=n,g=m,c=3,n=p
अवकीर्णानाम् अवकृ pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part
संमोहः सम्मोह pos=n,g=m,c=1,n=s
समजायत संजन् pos=v,p=3,n=s,l=lan
pos=i
pos=i
जज्ञुः जन् pos=v,p=3,n=p,l=lit
अनीकानि अनीक pos=n,g=n,c=2,n=p
दिशो दिश् pos=n,g=f,c=2,n=p
वा वा pos=i
प्रदिशः प्रदिश् pos=n,g=f,c=2,n=p
तथा तथा pos=i