महाभारतम् — 9.7.30
Original
Segmented
हार्दिक्यम् तु महा-इष्वासम् अर्जुनः शत्रु-पूग-हा संशप्तक-गणान् च एव वेगतो ऽभिविदुद्रुवे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हार्दिक्यम् | हार्दिक्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
इष्वासम् | इष्वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अर्जुनः | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
पूग | पूग | pos=n,comp=y |
हा | हन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
संशप्तक | संशप्तक | pos=n,comp=y |
गणान् | गण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
वेगतो | वेग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
ऽभिविदुद्रुवे | अभिविद्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lit |