महाभारतम् — 9.62.37
Original
Segmented
स मुहूर्तम् इव उत्सृज्य बाष्पम् शोक-समुद्भवम् प्रक्षाल्य वारिणा नेत्रे आचम्य च यथाविधि उवाच प्रश्रितम् वाक्यम् धृतराष्ट्रम् अरिंदमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुहूर्तम् | मुहूर्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
उत्सृज्य | उत्सृज् | pos=vi |
बाष्पम् | बाष्प | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
समुद्भवम् | समुद्भव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रक्षाल्य | प्रक्षालय् | pos=vi |
वारिणा | वारि | pos=n,g=n,c=3,n=s |
नेत्रे | नेत्र | pos=n,g=n,c=2,n=d |
आचम्य | आचम् | pos=vi |
च | च | pos=i |
यथाविधि | यथाविधि | pos=i |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रश्रितम् | प्रश्रित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
धृतराष्ट्रम् | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अरिंदमः | अरिंदम | pos=a,g=m,c=1,n=s |