Original

कथं दुःखमिदं तीव्रं गान्धारी प्रसहिष्यति ।श्रुत्वा विनिहतं पुत्रं छलेनाजिह्मयोधिनम् ॥ १३ ॥

Segmented

कथम् दुःखम् इदम् तीव्रम् गान्धारी प्रसहिष्यति श्रुत्वा विनिहतम् पुत्रम् छलेन अजिह्म-योधिनम्

Analysis

Word Lemma Parse
कथम् कथम् pos=i
दुःखम् दुःख pos=n,g=n,c=2,n=s
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=2,n=s
तीव्रम् तीव्र pos=a,g=n,c=2,n=s
गान्धारी गान्धारी pos=n,g=f,c=1,n=s
प्रसहिष्यति प्रसह् pos=v,p=3,n=s,l=lrt
श्रुत्वा श्रु pos=vi
विनिहतम् विनिहन् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
पुत्रम् पुत्र pos=n,g=m,c=2,n=s
छलेन छल pos=n,g=m,c=3,n=s
अजिह्म अजिह्म pos=a,comp=y
योधिनम् योधिन् pos=a,g=m,c=2,n=s