महाभारतम् — 9.60.3
Original
Segmented
प्रहृः-मनसः तत्र कृष्णेन सह पाण्डवाः पाञ्चालाः सृञ्जयाः च एव निहते कुरु-नन्दने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रहृः | प्रहृष् | pos=va,comp=y,f=part |
मनसः | मनस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
कृष्णेन | कृष्ण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सह | सह | pos=i |
पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पाञ्चालाः | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सृञ्जयाः | सृञ्जय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
निहते | निहन् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
नन्दने | नन्दन | pos=n,g=m,c=7,n=s |