Original

त्वं हि शक्तो रणे जेतुं ससुरासुरमानवान् ।मर्त्यधर्माण इह तु किमु सोमकसृञ्जयान् ॥ ९ ॥

Segmented

त्वम् हि शक्तो रणे जेतुम् स सुर-असुर-मानवान् मर्त्य-धर्माणः इह तु किमु सोमक-सृञ्जयान्

Analysis

Word Lemma Parse
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
हि हि pos=i
शक्तो शक् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
रणे रण pos=n,g=m,c=7,n=s
जेतुम् जि pos=vi
pos=i
सुर सुर pos=n,comp=y
असुर असुर pos=n,comp=y
मानवान् मानव pos=n,g=m,c=2,n=p
मर्त्य मर्त्य pos=n,comp=y
धर्माणः धर्मन् pos=n,g=m,c=1,n=p
इह इह pos=i
तु तु pos=i
किमु किमु pos=i
सोमक सोमक pos=n,comp=y
सृञ्जयान् सृञ्जय pos=n,g=m,c=2,n=p