महाभारतम् — 9.6.39
Original
Segmented
केशवे तु तदा याते धर्मराजो युधिष्ठिरः विसृज्य सर्वान् भ्रातॄन् च पाञ्चालान् अथ सोमकान् सुष्वाप रजनीम् ताम् तु विशल्य इव कुञ्जरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
केशवे | केशव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तु | तु | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
याते | या | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
धर्मराजो | धर्मराज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
युधिष्ठिरः | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विसृज्य | विसृज् | pos=vi |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भ्रातॄन् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
पाञ्चालान् | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अथ | अथ | pos=i |
सोमकान् | सोमक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सुष्वाप | स्वप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रजनीम् | रजनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
विशल्य | विशल्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
कुञ्जरः | कुञ्जर | pos=n,g=m,c=1,n=s |